उत्तराखंड में 12 मार्च से आचार संहिता
उत्तराखंड में 12 मार्च से आचार संहिता लागू होने की संभावना है |
भाजपा:
- विकसित भारत के लिए मोदी फिर से: यह भाजपा का मुख्य नारा होगा।
- लाभार्थी योजनाओं का प्रचार: केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं के लाभार्थियों तक पहुंचकर उन्हें पार्टी की नीतियों के बारे में जागरूक किया जाएगा।
- नव मतदाताओं को आकर्षित करना: पहली बार वोट डालने वाले युवाओं को लुभाने के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा।
- विपक्ष पर तकरार से परहेज: भाजपा विपक्षी दलों के साथ बहस में नहीं उलझेगी और अपनी उपलब्धियों पर ध्यान केंद्रित करेगी।
- प्रमुख उपलब्धियां: अयोध्या में राम मंदिर, अनुच्छेद 370 हटाना, कर्तव्यपथ, नई संसद, तीन तलाक, वन रैंक वन पेंशन, विदेश नीति, आदि।
- बूथ स्तर पर संपर्क: पार्टी के हर नेता और कार्यकर्ता हर 30 दिन में अपने आसपास के बूथों में जाएंगे और पन्ना प्रमुखों से मिलेंगे।
- ज्वाइनिंग अभियान: दूसरे दलों के नेताओं और कार्यकर्ताओं को भाजपा में शामिल करने का अभियान तेज होगा।
- भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा इस महीने के आखिरी तक गढ़वाल और कुमाऊं का दौरा कर सकते है। इस दौरान सभाओं का आयोजन भी किया जाएगा। वही पार्टी मानकर चल रही है कि मार्च के दूसरे हफ्ते तक लोकसभा चुनाव की आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू हो सकती है।
कांग्रेस:
- 35 दावेदारों के नामों पर चर्चा: दिल्ली में कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में 5 लोकसभा सीटों के लिए 35 दावेदारों पर चर्चा हुई।
- हरिद्वार से हरीश रावत की दावेदारी: 2009 में सांसद रह चुके हरीश रावत ने इस बार भी टिकट के लिए दावेदारी पेश की है।
- स्थानीय मुद्दों पर ध्यान: कांग्रेस स्थानीय मुद्दों और हालात पर भी ध्यान केंद्रित करेगी।
- प्रीतम सिंह, गणेश गोदियाल, करन माहरा: इन नेताओं को भी मैदान में उतारने पर विचार किया जा रहा है।
- चुनावी तैयारियों का फीडबैक: प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा पांचों लोकसभा सीटों पर 5-5 दिन का प्रवास करेंगे और चुनावी तैयारियों का फीडबैक लेंगे।
- बूथ मजबूत करने पर फोकस: कांग्रेस का फोकस बूथ स्तर पर पार्टी को मजबूत करने पर है।